हरियाणा पुलिस ने ऑनलाइन पेपर सॉल्व करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश, 7 गिरफ्तार

1200 कंप्यूटर, 130 हार्ड डिस्क, 6 लैपटॉप सहित अन्य सामान बरामद
राजधानी संदेश 8 अक्टूबर चडीगढ – हरियाणा पुलिस की एसटीएफ ने कंप्यूटर हैक कर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को साल्व करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 7 आरोपियों को काबू किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 1200 कंप्यूटर, 130 हार्ड डिस्क, 6 लैपटॉप, पेन ड्राइव, ब्लैंक चेक और 10 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरोह एसएससी, सीएचएसएल, एमटीएस, रेलवे, एनईईटी, आईआईटी, कांस्टेबल और अन्य प्रवेश परीक्षाओं की ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं में परीक्षारर्थीयों को पास करने व नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे मोटी रकम लेकर धोखाधडी को अंजाम देता था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुरथल सोनीपत के अशोक कुमार उर्फ शौकी, सोनीपत के मोनू कुमार उर्फ डॉक्टर, गोरड के आशीष, राजस्थान दोसा निवासी गोरी, जयपुर मोती नगर निवासी आकाश, जयपुर पानावाला निवासी आकाश और शामलो जींद के आशीष के रूप में हुई है।
एसटीएफ की टीमों ने तीन आरोपियों को महाराष्ट्र के नागपुर से काबू किया जबकि शेष को सोनीपत जिले से गिरफ्तार किया गया। अशोक और मोनू की गिरफ्तारी पर क्रमशः 1 लाख रुपये और 50,000 रुपये का इनाम था।
प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि अशोक का नेटवर्क जयपुर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बिहार आदि राज्यों में फैला हुआ है। कई राज्यों में संचालित इस गैंग ने पानीपत, मोहाली, नागपुर, गन्नौर में लैब स्थापित कर रखी हैं। प्रत्येक लैब में लगभग 300-400 कंप्यूटर का प्रयोग में लाए जाते हैं
पुलिस द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज कर विस्तृत जांच की जा रही है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरोह एसएससी, सीएचएसएल, एमटीएस, रेलवे, एनईईटी, आईआईटी, कांस्टेबल और अन्य प्रवेश परीक्षाओं की ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाओं में परीक्षारर्थीयों को पास करने व नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे मोटी रकम लेकर धोखाधडी को अंजाम देता था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुरथल सोनीपत के अशोक कुमार उर्फ शौकी, सोनीपत के मोनू कुमार उर्फ डॉक्टर, गोरड के आशीष, राजस्थान दोसा निवासी गोरी, जयपुर मोती नगर निवासी आकाश, जयपुर पानावाला निवासी आकाश और शामलो जींद के आशीष के रूप में हुई है।
एसटीएफ की टीमों ने तीन आरोपियों को महाराष्ट्र के नागपुर से काबू किया जबकि शेष को सोनीपत जिले से गिरफ्तार किया गया। अशोक और मोनू की गिरफ्तारी पर क्रमशः 1 लाख रुपये और 50,000 रुपये का इनाम था।
प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि अशोक का नेटवर्क जयपुर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बिहार आदि राज्यों में फैला हुआ है। कई राज्यों में संचालित इस गैंग ने पानीपत, मोहाली, नागपुर, गन्नौर में लैब स्थापित कर रखी हैं। प्रत्येक लैब में लगभग 300-400 कंप्यूटर का प्रयोग में लाए जाते हैं
पुलिस द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज कर विस्तृत जांच की जा रही है।