आचार्य लोकेश ने सिंगापुर में भारतीय दूतावास में शांति सन्देश दिया दूतावास में आचार्य लोकेश का स्वागत

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युवाओं को संस्कृति से जोड़कर विश्व शांति की दिशा में योगदान दे – आचार्य लोकेश

विश्व को शांति व सद्भावना के संदेश की ज़रूरत –  कॉन्सुलेट जनरल आफ इण्डिया सिंगापुर

दक्षिण एशिया

गीता चौहान
अ िहसा विश्व भारती के संस्थापक जैन आचार्य डा. लोकेश मुनि ने दक्षिण एशिया में शांति व सद्भावना यात्रा के दौरान सिंगापुर में भारतीय दूतावास में कॉन्सुलेट जनरल आफ इण्डिया से एक शिष्ठमंडल के साथ भेंट की | कॉन्सुलेट जनरल आफ इण्डिया,सिंगापुर श्री जावेद अशरफ़ ने परम पूज्य आचार्य डॉ लोकेश मुनि जी का सिंगापुर हाईकमिशन(इण्डिया हाउस)में स्वागत करते हुए कहा कि आज विश्व को शांति व सद्भावना के संदेश की ज़रूरत है ।धर्मगुरुओं की अपील का जनता पर व्यापक असर होता है उन्होंने आचार्यजी के शांति सद्भावना के विश्वव्यापी प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें पुन: सिंगापुर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पधारने हेतु आमंत्रण दिया।
आचार्य डॉ लोकेशमुनिजी ने उन्हें अपनी आगामी शांति सद्भावना यात्रा विश्व हिन्दू कांग्रेस (शिकागो) विश्व धर्म संसद (टोरन्टो) व अहिंसा विश्व भारती द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी दी | प्रतिनिधि मण्डल में श्री मयूर भाई गेलानी,प्रमुख श्रीमद् राजचन्द्र मिशन, श्री भरत भाई ट्रस्टी श्रीमद् राजचन्द्र मिशन, श्री पी. के. जैन अध्यक्ष मारवाड़ी मित्र मण्डल साथ थे।
आचार्य लोकेश ने इस अवसर पर कहा कि भारत एवं सिंगापुर के सम्बन्ध परंपरागत रूप से मजबूत और मैत्रीपूर्ण रहे हैं, दोनों देशों के बीच व्यापक सांस्कृतिक और व्यावसायिक सम्बन्ध रहे हैं | दोनों देश की संस्कृति आपसी सद्भाव, शांति व विकास पर आधारित है | उन्होंने कहा कि हम एक साथ मिलकर विश्व शांति व सद्भावना की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है | आचार्य लोकेश ने कहा भारत की तरह सिंगापुर में भी हिन्दू, बौद्ध, जैन, मुस्लिम, ईसाई, सिख आदि सभी धर्मों के अनुयायी एक साथ मिलजुलकर रहते है और समाज के विकास में कार्यरत रहते हैं | यही सन्देश हमें विश्व जनमानस तक ले जाना है |

आचार्य लोकेश ने कहा भारतीय मूल के लाखों लोग सिंगापुर में रहते है | समय समय पर भारत के राष्ट्राध्यक्ष सिंगापुर आते रहे है जिससे रिश्ते और बेहतर हुए है | अनेक भारतीय भाषाएँ सिंगापुर के स्कूलों में पढाई जाती है, अनेक भारतीय त्यौहार यहाँ हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं, यह दोनों देशों के सदृढ़ रिश्तों की पहचान है | सिंगापुर में जनवरी माह में मनाये गए आशियन इण्डिया भारतीय प्रवासी दिवस  का जिक्र करते हुए आचार्य लोकेश ने कहा की इसके माध्यम से भारतीय योग और आयुर्वेद को भी दक्षिण एशिया में एक महत्वपूर्ण मंच मिला |
आचार्य लोकेश ने सिंगापुर के विकास की सराहना करते हुए कहा कि 20वीं तथा 21वीं शताब्दी के सिंगापुर को तुलनात्मक नजर से देखें तो हम रोमांचित हो जाते है, उन्होंने कहा सिंगापुर ने यह सिद्ध कर दिया कि एक संकल्प का धनि व्यक्ति कितना बदलाव ला सकता है | आज दुनिया भर से लोग सिंगापुर को न सिर्फ देखने बल्कि उसके विकास का अध्ययन करने आते है | उन्होंने सिंगापुर की जीरो करप्शन नीति की सराहना की |
आचार्य लोकेश ने बताया कि आज भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है| भारत के प्रधान मंत्री प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा ऋण योजना, जन धन योजना, सुरक्षा बीमा योजना, उज्ज्वला योजना, अटल पेंशन योजना, स्टार्टअप इंडिया, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना जैसी अनेक लोकप्रिय योजनाओं के माध्यम से भारत के नागरिकों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।

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